पत्ता मरोड़ रोग (Leaf Curl Virus) के ऑर्गेनिक, सरल और प्रभावी समाधान

नमस्कार किसान भाइयों आज की इस पोस्ट मे हम लीफ कर्ल वायरस (Leaf Curl Virus) जिसे पत्ता मरोड़ रोग भी कहते हैं के बारे मे पढेगे फसल मे यह बीमारी एक गंभीर समस्या बन जाती है. यह रोग अक्सर रस चूसने वाले कीड़ों जैसे वाइट फ्लाई (Whitefly) और थ्रिप्स (Thrips) के कारण फैलता है। यह रोग मिर्ची (Chilli), टमाटर (Tomato) और अन्य सब्जी जेसी फसलों को प्रभावित करता है खासकर उन फसलों को जिनकी पत्तियां चौड़ी होती हैं।

पत्ता मरोड़ रोग रोकने के उपाय

इस रोग को रोकने के लिए बाजार में महंगे फंगीसाइड (Fungicide) और कीटनाशक (Pesticide) दबाई उपलब्ध हैं लेकिन हम इस समस्या का समाधान ऑर्गेनिक तरीके के माध्यम से भी कर सकते है इस समस्या का समाधान ऑर्गेनिक तरीके न केवल किफायती है बल्कि पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है हम आपको एक प्रभावी ऑर्गेनिक फंगीसाइड (Organic Fungicide) और कीटनाशक तैयार करने की विधि बताएंगे. जिसमें घरेलू सामग्री जैसे खट्टी छाछ (Sour Buttermilk), हल्दी (Turmeric) और हींग (Asafoetida) का उपयोग किया जाता है यह न केवल सकिंग पेस्ट (Sucking Pest) को नियंत्रित करेगा बल्कि फंगस बाले रोगों से भी बचाएगा।

खट्टी छाछ (Sour Buttermilk) का उपयोग

खट्टी छाछ का उपयोग एक अच्छे फंगीसाइड के रूप में किया जा सकता है इसे तैयार करने के लिए, छाछ को पुराने मटके में सात से दस दिन तक रखें, ताकि वह अच्छी तरह खट्टी हो जाए. यह घोल फसलों के लिए तुरंत प्रभावी होता है और फसल की जड़ों तक आसानी से पहुंचता है एक टंकी (15 लीटर) के लिए 500 एमएल खट्टी छाछ का उपयोग करें और इस से अधिक आप एक एकड़ के लिए जितना टंकी डालते हे उस के अनुसार 5 से 6 लीटर का उपयोग कर सकते है।

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हल्दी (Turmeric) और हींग (Asafoetida) की खासियत

जेसे की हम जानते है की हल्दी और हींग दोनों में रोग प्रतिरोधक गुण होते हैं हल्दी एक प्राकृतिक एंटीफंगल (Antifungal) है जबकि हींग में सल्फर की मात्रा अधिक होती है जो कीटों को दूर रखने में मदद करती है. 15 लीटर पानी मे उपयोग के लिए 7-8 ग्राम हल्दी को पहले एक अलग बर्तन में पानी के साथ घोल लें और फिर इसे छाछ के मिश्रण में मिलाएं, और यही प्रक्रिया को फिर से 15 लीटर पानी के लिए 2 ग्राम हींग को भी पानी में भिगोकर रखें और अच्छी तरह से मिक्स होने दें और यह ध्यान रखे कि हींग को कम से कम आधा घंटा पहले भिगोकर रखा गया हो।

स्प्रे करने का सही समय और सावधानियां

ऑर्गेनिक फंगीसाइड (Organic Fungicide) और कीटनाशक का उपयोग करते समय सही समय और सावधानियों का पालन करना बहुत जरूरी है सुबह जल्दी या देर शाम को स्प्रे करें ताकि फसल पर धूप का असर न हो स्प्रे करने से पहले फसल में नमी होना जरूरी है हर सात दिन में इस मिश्रण का उपयोग करें, और फसल के बढ़ने के साथ-साथ डोज को थोड़ा बढ़ा सकते हैं।

पत्ता मरोड़ रोग के लिए सस्ता विकल्प

यह घरेलू तरीका महंगे फंगीसाइड (Fungicides) और कीटनाशकों का एक अच्छा विकल्प है ऑर्गेनिक खेती में धैर्य और सही तरीके से तैयार किए गए मिश्रण का उपयोग करने से न केवल फसल को रोगमुक्त रखा जा सकता है, बल्कि यह किसानों के खर्च को भी कम करता है।अगर आप ऑर्गेनिक खेती के बारे में और जानना चाहते हैं, तो इसे आजमाएं और अपने अनुभव साझा करें यह विधि न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि आपकी फसलों को भी बेहतर परिणाम देगी।

अन्य जानकारी

किसान भाइयों इस वेबसाईट पर आप को खेती की जानकारी के साथ साथ सरकारी योजना की जानकारी और सभी मंडी के भाव भी उपलब्ध हे जिन्हे देखने के लिए आप पोस्ट के और नीचे तक जा कर देख सकते है, या तो आप उपर दिए गए मेनू का भी उपयोग कर सकते है यहाँ पर आप को सभी राज्यों की मुख्य मंडी के भाव आसानी से देखने को मिल जाएगे ओर सभी राज्यों से जुड़ी सरकारी योजनाए भी मिल जाएगी।

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