गेहूं मे पीलेपन के मुख्य कारण ओर इनके निदान 

गेहूं मे पीलेपन का कारण

विशेषज्ञों का कहना है, कि जब पौधों की पत्तियां पीली पड़ जाती है तो रतुआ रोग हो जाता है, यह इस रोग के लक्षण है

पौधों की पत्तियां पीली होने के अन्य और भी कई कारण भी है जैसे की पौधों में पोषक तत्वों की कमी होना।

पीली पत्ती होने के अन्य कारण

रतुआ रोग के प्रकार

रतुआ रोग पीला, भूरा व काला यह तीन प्रकार का होता है, जो की अक्सर फसलों में देखने को मिलता है।

इस रोग में फसल की पत्तियों पर छोटे-छोटे पीले रंग के कतारों में धब्बे बन जाते हैं, और इन धब्बों पीआर पीला चूर्ण सा कुछ दिखाई देने लगता है।

रतुआ रोग की पहचान क्या है ?

रतुआ रोग से बचाव कैसे करें?

इस रोग का निवारण फफूंद नाशक और कीटनाशकों का प्रयोग करके किया जा सकता है।

रोग से बचाव हेतु प्रोपकोनाजोल 200 मिलीलीटर को 200 लीटर पानी में मिलाकर अपनी फसलों पर छिड़काव करना चाहिए।

फफूंद नाशक और कीटनाशक

यह रोग फसलों मे किस समय आता है ?

यह रोग अक्सर दिसंबर से लेकर मार्च के अंत तक दिखाई देता है।

यह रोग अधिकतर HD 2967, HD 2851, WH 711 प्रजातियों में होने की संभावना अधिक होती है।

किन प्रजातियों में यह रोग होता है ?