नैनो DAP (नैनो डाय-अमोनियम फॉस्फेट) आधुनिक कृषि के लिए एक नई क्रांति है इसके छोटे छोटे कण पौधों को गहराई से पोषण देते हैं और रासायनिक खादों की आवश्यकता को कम करते हैं यहां हम विस्तार से इस को उपयोग करने के तरीके देखेगे कि Nano DAP क्या है, इसे कैसे उपयोग करें और इसके फायदे क्या हैं.
Nano DAP क्या है
नैनो DAP, पारंपरिक डाय-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) का एक उन्नत बनाया गया संस्करण है. इसके बारीक (नैनो) आकार के कण पौधों के पत्तों और जड़ों के माध्यम से जमीन की गहराई में पहुंचकर पोषक तत्व प्रदान कराते हैं.
- नैनो कण:– इसके छोटे कण पौधों में और उन की जड़ों मे आसानी से प्रवेश करते हैं
- लंबे समय तक असर:– इस का एक बार छिड़काव करने के बाद यह लगातार कई दिनों तक पोषण देता है
- पर्यावरण के अनुकूल:– पारंपरिक खादों की तुलना में मिट्टी और जल को यह कम नुकसान पहुंचाता है
नैनो DAP क्यों जरूरी है
- रासायनिक खादों की बढ़ती कीमत और उनके पर्यावरणीय प्रभाव को देखते हुए यह DAP एक सस्ता और टिकाऊ विकल्प है
- इसका उपयोग करके किसान फसल उत्पादन बढ़ा सकते हैं और लागत घटा सकते हैं यह अन्य खाद की तुलना मे सस्ता पड जाता है
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Nano DAP के उपयोग के तरीके
नैनो DAP का उपयोग मुख्य रूप से चार तरीकों से किया जा सकता है जिन्हे हम नीचे बिस्तरत रूप मे पढेगे…
बीज शोधन (Seed Treatment)
बीज शोधन नैनो DAP का सबसे आसान और प्रभावी उपयोग मे से एक है यह बीजों को रोगमुक्त बनाता है और उनकी अंकुरण दर बढ़ाता है इस के उपयोग के लिए 1 किलो बीज के लिए 5 मिलीलीटर नैनो DAP लें इसे बीज पर समान रूप से लगाएं ताकि हर बीज पर इसका लेपन हो जाए लेपन के बाद बीज को छाया में सुखाएं लेप सुख जाने के बाद बीज की बुवाई करें.
फायदे:– इस के उपयोग से अंकुर तेजी से निकलते हैं और साथ ही फसल की प्रारंभिक वृद्धि मजबूत होती है एवं बीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
जड़ शोधन (Root Treatment)
पौधों की जड़ें उनकी पोषण प्रणाली का मुख्य हिस्सा होती हैं नैनो DAP का जड़ों पर उपयोग करने से पौधों को स्वस्थ बनाता है जड़ का सोधन करने के लिए 1 लीटर पानी में 5 मिलीलीटर DAP मिलाकर घोल तैयार करें इस के बाद घोल मे पौधों की जड़ों को 15-20 मिनट तक डुबोएं फिर जड़ों को निकालकर छायादार स्थान पर सुखाएं थोड़ा सुख जाने के बाद पौधों की रोपाई करें.
फायदे:– एसा करने से जड़ों को तेजी से पोषण मिलता है और पौधे सूखे रोग एवं अन्य रोगों से लड़ने में सक्षम होते हैं।
कंद शोधन (Tuber Treatment)
कंद वाली फसलों जैसे आलू, गन्ना आदि में इस DAP का उपयोग उत्पादन बढ़ाने और कंद को रोगमुक्त करने में मदद करता है कंद शोधन करने के लिए 1 लीटर पानी में 5 मिलीलीटर DAP मिलाएं इस के बाद आलू, गन्ने के कंद को इस घोल में डुबोएं इस के बाद कंद को छायादार स्थान पर सुखाएं, सुख जाने के बाद कंद को खेत में लगाएं।
फायदे:– इस से रोगमुक्त कंद हो जाता है और उच्च गुणवत्ता की फसल बेहतर उत्पादन के साथ प्राप्त होती है।
फसल पोषण के लिए छिड़काव (Foliar Spray)
Nano DAP का छिड़काव पौधों के पत्तों के माध्यम से पोषण देने का सबसे अच्छा तरीका है इस लिए इस का छिड़काव 15 लीटर पानी की टंकी में 4 मिलीलीटर DAP मिलाएं और इसका पहला छिड़काव फसल की 30-35 दिन की अवस्था में करें एवं दूसरा छिड़काव फूल या बाल आने की अवस्था में करें.
फायदे:– एसा करने से फसल हरी-भरी और स्वस्थ रहती है साथ ही रोग और कीटों का प्रकोप कम होता है।
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बायो डीकंपोजर के साथ Nano DAP का उपयोग
बायो डीकंपोजर मिट्टी में फसल अवशेष को सड़ाकर गला कर पोषक तत्व बढ़ाने का सस्ता और टिकाऊ तरीका है, Nano DAP के साथ इसका उपयोग मिट्टी की उर्वरता को और बढ़ाता है.
बायो डीकंपोजर का घोल कैसे तैयार करें :- एक ड्रम पानी में 1 शीशी बायो डीकंपोजर डालें फिर 3 किलो गुड़ और 1.5 किलो बेसन इस मे मिलाएं इस के बाद खेत की मिट्टी का थोड़ा हिस्सा इसमें मिलाएं (कही से भी थोड़ी सी साफ मिट्टी 250 ग्राम के लगभग) अब इसे 7 दिन तक रोजाना हिलाते रहें.
उपयोग कैसे करें:- खेत की सिंचाई से पहले इस का 80 लीटर घोल डालें या आप इसे पहली सिंचाई के बाद भी यह घोल खेत में डाल सकते हैं।
फायदे:- इस से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है और फसल अवशेष प्राकृतिक खाद में बदलते हैं
Nano DAP के फायदे
Nano DAP सिर्फ पोषण देने का एक साधन नहीं है, बल्कि यह खेती की पूरी प्रक्रिया को आसान और प्रभावी बनाता है।
- कम लागत:– एक बोतल Nano DAP से एक बोरी DAP जितना पोषण मिलता है।
- उत्पादन में वृद्धि:– फसल का आकार और गुणवत्ता बेहतर होती है।
- पर्यावरण अनुकूल:– यह रसायनों का कम उपयोग सुनिश्चित करता है।
- दीर्घकालिक असर-: Nano DAP लंबे समय तक पौधों को पोषण देता है।
Nano DAP का उपयोग करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- मात्रा का ध्यान रखें:– हमेशा निर्देशित मात्रा में Nano DAP का उपयोग करें।
- छिड़काव का सही समय-: सुबह या शाम को छिड़काव करें ताकि धूप के कारण घोल सूख न जाए।
- घोल बनाते समय सावधानी:– घोल बनाते समय इसे अधिक पतला या गाढ़ा न करें।
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FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Nano DAP और डीएपी में क्या अंतर है?
Nano DAP के कण छोटे होते हैं, जो पौधों में गहराई तक समा जाते हैं और लंबे समय तक पोषण देते हैं।
Nano DAP का छिड़काव कितनी बार करना चाहिए?
फसल की 30-35 दिन की अवस्था और फूल आने की अवस्था में दो बार छिड़काव करना पर्याप्त है।
क्या Nano DAP सभी फसलों के लिए उपयुक्त है?
हां, Nano DAP अनाज, सब्जियां और कंद वाली फसलों के लिए उपयुक्त है।
Nano DAP का उपयोग करते समय किन सावधानियों का ध्यान रखें?
हमेशा छाया में घोल बनाएं और छिड़काव के समय सही मात्रा का ध्यान रखें।